एम से मलयालम सिनेमा, एम से मर्डर , एम मिस्ट्री और यह तीनों जब साथ मिलते है, तो ऐसा सिनेमा देते है। जिसकी एंडिग याद करके लुक्स स्पेशल फील करने लगतें हैं। दृश्यम, रेखा चित्रम, किष्किंदा कांदम , थुडम यह लिस्ट कहानी इतनी लंबी है ना कि सारे नाम ले नहीं सकती लेकिन इस लिस्ट को थोड़ा और लंबा करने का टाइम आ गया है। डायरेक्ट ओटीटी पर आपके घर सोनी लीव पे रिलीज हुई है। एक नई मलयालम फिल्म जिसका नाम है मराना मास।
Maranamass जैसी और कौन सी फिल्म है
हिंदी प्लस ओरिजिनल लैंग्वेज किसी में भी देख सकते हो। फिर से एक मर्डर मिस्ट्री लेकिन बोनस यह है कि कहानी एक सीरियल किलर की है। मतलब फिल्म में एक से ज्यादा लोग मरेंगे और आपके दिमाग को चैलेंस करेंगे। हिम्मत है तो इस फिल्म की एंडिंग ढूंढ के बताओ। अपने बॉलीवुड में एक क्लासिक फिल्म है ना मालामाल वीकली जिसमें एक डेड बॉडी की वजह से एक दूसरे से लोग जुड़ते हैं और कॉमेडी के साथ सस्पेंस भरते जाते हैं।

सीरियल किलर मुहं केला क्यों भरता है
सेम उसी कैटेगरी का सिनेमा अटेम्प्ट किया है। इस फिल्म के अंदर। एक सीरियस सब्जेक्ट को एक फनी तरीके से दिखाया है। लेकिन एंडिंग ऐसी जिसने सबको चौंकाया है। खास बात यह है कि मालामाल वीकली में हर एक्टर को हम जानते थे। लेकिन इस फिल्म में ऐसे एक्टर्स हैं जिनको पहली बार देखा है फिर भी इन्होंने वही सेम एक्सपीरियंस करा दिया।



कहानी कैसी है
केला खाया है आपने कैसा सवाल है खाया ही होगा लेकिन केला खाने से डर जाओगे जब यह जान जाओगे इस फिल्म के सीरियल किलर का आइडेंटिटी कार्ड पहचान यह केला ही तो है। 60,70,80 साल के लोग मर रहे है। कभी जंगल में कभी पानी कभी कचरे में पडे हुए मिल रहे है। और सब में एक चीज कॉमन केला वो भी मुंह के अंदर जिसको वो आप खा नही सकते। लेकिन इस फिल्म की खास बात यह है इसमें एक साथ पांच कहानियां चल रही है। सीरियल किलर खत्म। अब एक मिसिंग डॉग कुत्ता खो गया है वो भी एक बड़े पुलिस ऑफिसर का । और यह आखिरी बार किसके साथ देखा गया जानते हो एक और मिसिंग केस एक बुड्ढे दादाजी जो ओल्ड एज होम से किडनैप हो गए हैं। कहीं ऐसा तो नहीं यह दोनों एक साथ प्लान बनाके गायब हो गए है।

चौथी कहानी एक बस ड्राइवर की है जिसके 21 रिश्ते टूटन के बाद 22 वीं लड़की से शादी हो रही है। लेकिन वहां तक पहुंचने पहले इसकी आखिरी बस राइड में हो गया है एक अजीब सा मर्डर। अब आखिरी पांचवी कहानी सबसे मजेदार है। वो केले वाला सीरियल किलर उसका इल्जाम पुलिस ने जिस लड़के पर लगाया है उसके डर से उसकी गर्लफ्रेंड ने उससे ब्रेकअप करवाया है। अब यह किलर है या नहीं भगवान जाने लेकिन आशिक एक दम पक्का वाला है।

तभी तो एक बॉक्सर गर्लफ्रेंड से मुक्का खाने के बाद पूरी दुनिया के सामने अपना मजाक उड़वाया है। वेट कर रहे हो ना कहानी में ट्विस्ट आने का। लेकिन यह कहानियां सब खुद में एक ट्विस्ट जैसी है। क्योंकि यह सब लोग मिलके एक साथ एक छठी कहानी लिखने वाले है।
वो शादी वाले ड्राइवर भैया की बस में वो बुड्ढे अंकल बैठे है और इस बस के पीछे वो मिसिंग कुत्ता भी दौड़ रहा है। उन अंकल के आगे वो बॉक्सर भी बैठी है जिसका पीछा अपना आशिक लगातार बाइक पर कर रहा है। और इसी बस में सबसे छुप के वो सीरियल किलर भी सफर कर रहा है। और किलर के बैग में क्या है गेस करो इस फिल्म का मेन कैरेक्टर जिसके पोस्टर में भी है। भूल गए क्या एक दर्जन केले जिसमें से आज कितने इस्तेमाल होंगे वही इस फिल्म की एंडिंग डिसाइड करेंगे। इजी फिल्म है , सिंपल कहानी है, फैमिली सिनेमा है।
फिल्म को कितने स्टार मिले
सब लोग साथ मिलके देखोगे तो हंसते-हंसते सोचोगे काश ऐसा कुछ बॉलीवुड में बन जाए तो ऑडियंस की किस्मत खुल जाए। पांच में से तीन स्टार मिलेंगे कॉमेडी, सस्पेंस और एडिंग के लिए। नेगेटिव कहानी थोड़ी स्लो है और किलर के अंदर सीरियल किलर भी मिसिंग केस है। ज्यादा दिखेगा नहीं। वैसे कॉमेडी के एकदम उल्टा कुछ हॉरर देखना है ना तो थिएटर्स में फाइनल डेस्टिनेशन की नई फिल्म आई है। अगर लाइफ में कुछ एडवेंचर्स करना है तो इस फिल्म का टिकट जरूर बुक करना है।