Brad Pitt की F1 रेसिंग फिल्म ने ₹500 Cr बजट के साथ 3 दिन में ₹1300 Cr कमा लिए! जानिए क्या है इस मूवी की खासियत जिसने दुनियाभर को हिला दिया।
F1: क्या है इस हॉलीवुड फिल्म में ऐसा खास?

आजकल 1000 करोड़ कमाना किसी भी फिल्म के लिए एक सपने जैसा है, खासकर इंडियन सिनेमा में, जहां इसे ‘फाइनल मिशन’ की तरह देखा जाता है. लेकिन सोचिए, अगर किसी फिल्म को बनाने में ही 500 करोड़ रुपये का खर्चा हुआ हो, तो उसका बॉक्स ऑफिस पर कमाई का प्लान क्या होगा?
हॉलीवुड में Brad Pitt का नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं. जो हॉलीवुड को जानते हैं, वो ब्रैड पिट को जानते हैं, और जो ब्रैड पिट को जानते हैं, वो हॉलीवुड को. और जो इन दोनों को अच्छे से पहचानते हैं, वो F1 के बारे में तो पक्का जानते होंगे! यह वही फिल्म है जिसे 2025 का बेस्ट थिएटर एक्सपीरियंस बताया गया है, भारत में भी और विदेश में भी।
क्या आप F1 नहीं देखे? कोई बात नहीं!
अगर आपने मेरी तरह अपनी लाइफ में आज तक कभी एक भी फॉर्मूला वन रेस नहीं देखी, तो भी टेंशन मत लीजिए. इस फिल्म को एक्सपीरियंस करने के लिए बस दो आंखें, दो कान और एक दिमाग चाहिए. ये फिल्म सिर्फ देखने के लिए नहीं, बल्कि एक्सपीरियंस करने के लिए है. आप इस फिल्म का टिकट खरीदकर थिएटर नहीं जाएंगे, सीधा इस कार के अंदर बैठकर रेसिंग पर निकल जाएंगे.
आप हैरान रह जाएंगे यह सुनकर कि इस फिल्म ने इंडिया में लेटेस्ट मूवीज़ से भी ज्यादा पैसा बना लिया और आमिर खान के कलेक्शन को भी पीछे छोड़ दिया. तो आखिर ऐसा क्या खास है इस फिल्म में कि 500 करोड़ का बजट लगाते वक्त फिल्म बनाने वालों को 0% भी टेंशन नहीं हुई? उल्टा, फिल्म ने सिर्फ तीन-चार दिनों में ऑलमोस्ट 1300 करोड़ का बिजनेस कर दिया!
क्यों बनी ये फिल्म इतनी बड़ी हिट?
सबसे पहली बात, ये फिल्म एक हार कर जीतने वाले बाजीगर की कहानी है – सिनेमा की सबसे पसंदीदा कैटेगरी! जब एक हारा हुआ इंसान वापसी करता है और फिल्म की एंडिंग में ऐसा लगता है कि जीत पब्लिक की हो गई. बाहर से देखकर लगता है कि फिल्म में एक्शन, थ्रिल, सस्पेंस का स्कोप काफी कम होगा, लेकिन ढाई घंटे बाद समझ आएगा कि हम कितने गलत थे।
यह कहानी है एक F1 रेसर की जो पिछले 30 सालों से कार में नहीं बैठा, क्योंकि 30 साल पहले उसकी कार आग में धू-धू करके जल रही थी और उसकी जिंदगी मौत से लड़ रही थी. लेकिन 30 साल बाद एक ऐसा चेहरा सामने आता है जो उसे वापस उसी खेल में ले जाता है, क्योंकि जितनी ज़रूरत इस आदमी को कार रेसिंग की है, उससे कहीं ज़्यादा ज़रूरी है इसका लौट के आना इस गेम को बचाने के लिए।
कहानी में ट्विस्ट


कहानी का सबसे बड़ा ट्विस्ट यह है कि रेसर चाहे कितना भी अच्छा क्यों न हो, लेकिन आदमी एकदम ‘खतरनाक’ है, और कुछ ऐसा ही बड़ा कांड हो जाता है जब इसके रेस में आते ही खुद अपनी ही टीम का रेसर मरते-मरते बच जाता है. क्या इसने जानबूझकर एक रेसर के साथ वो किया जिसने इसे 30 साल कार से दूर कर दिया? या फिर इसके दिमाग में कुछ और ही चल रहा है और चुपके-चुपके यह एक हारी हुई टीम की किस्मत बदल रहा है?
कहानी सुनने में शायद उतना मजा न आया हो, क्योंकि यह एक्चुअली स्टोरी वाला सिनेमा है ही नहीं. जब आप थिएटर में बैठकर इसे लाइव देखेंगे, तब समझ आएगा 500 करोड़ का असली रीज़न. यह फिल्म सीन-बाय-सीन अपना लेवल ऊपर बढ़ाती है। पहली रेस से लेकर आखिरी रेस तक आपको इतना तैयार कर दिया जाएगा कि जब तक एंडिंग आएगी, आप इमोशनली ड्राइवर और उसकी कार दोनों से कनेक्ट हो जाएंगे।
और हाँ, फिल्म का म्यूजिक उसी आर्टिस्ट ने दिया है जो ‘रामायण’ (रणबीर कपूर, यश वाली फिल्म) में म्यूजिक क्रिएट करेंगे. अगर उसका सैंपल चाहिए, तो यह फिल्म देखिए, समझ जाएंगे कि बॉलीवुड की लॉटरी लगने वाली है।
इंसानियत और विविधता
लेकिन सबसे बेस्ट चीज़ है इस फिल्म की रेसर को भी एक इंसान की तरह दिखाना. इस कार के अलावा भी एक जिंदगी होती है जिसमें अलग तरीके की लड़ाई चल रही होती है. जो सबसे कमाल की बात मैंने कल थिएटर में फिल्म देखते वक्त नोटिस की, वो यह कि ऑडियंस का वेरिएशन जबरदस्त था. 70 प्लस अंकल-आंटी और दूसरी तरफ 8-10-20 साल के बच्चे – हर कोई फिल्म समझ रहा था, उसको एंजॉय कर रहा था और क्लाइमेक्स खत्म होने के बाद तालियां बजा रहा था.
वैसे, बेस्ट न्यूज़ यह है कि फिल्म इंग्लिश और हिंदी डबिंग, जैसे चाहो वैसे देख सकते हो।
मेरा फैसला
मैं इस फिल्म को 5 में से 4 स्टार दूँगा। थिएटर एक्सपीरियंस, F1 कार प्रेजेंटेशन, ब्रैड पिट का स्क्रीन प्रेजेंस और क्लाइमेक्स में डायरेक्टर की स्टोरीटेलिंग विद इमोशन – ये सब कमाल है। नेगेटिव बस यह है कि फिल्म में ज़्यादा कुछ नेगेटिव हुआ नहीं. अपने बॉलीवुड में लोग इससे ज़्यादा स्ट्रगल कर लेते हैं. थोड़ा सा वो 30 साल वाली स्टोरी पर और फोकस करते, तो एंडिंग और पर्सनल बन जाती।
प्लीज टिकट खरीदिए, थिएटर बने ही हैं ऐसी मूवीज़ को दिखाने के लिए। और हाँ, अकेले नहीं, विद फैमिली देखेंगे तो और ज़्यादा अच्छा लगेगा!
F1 Movie
रिलीज़ की तारीख: 27 जून 2025 (यूएसए)
निर्देशक: जोसेफ कोसिंस्की
निर्माता: ब्रैड पिट, जोसेफ कोसिंस्की, लुईस हैमिल्टन, जेरी
ब्रुकहाइमर, चैड ओमान, डेडे गार्डनर, जेरेमी क्लेनर
निर्माण कंपनियाँ: डॉन अपोलो फ़िल्म्स, प्लान बी एंटरटेनमेंट, जेरी ब्रुकहाइमर फ़िल्म्स, एप्पल स्टूडियो, मोनोलिथ पिक्चर्स
रनिंग टाइम: 2 घंटे 36 मिनट
वितरितकर्ता: एप्पल, एप्पल टीवी+, वार्नर ब्रदर्स पिक्चर्स
ऐसी फिल्मी जानकारी के लिए Movie Talc के साथ बने रहिए।