Mission: Impossible – The Final Reckoning Movie Review ( 4000 करोड़ बर्बाद )

फिल्‍म कैसी है

हॉलीवुड हो या बॉलीवुड कुछ फ्रेंचाइज ऐसी होती हैं जिनसे उस एक्टर की लाइफ जुड़ी होती है। जॉनविक हो या फिर कंजुरिंग ऐसा लगता है कि यह लोग एक्टिंग कर रहे हैं। और इन सबका बाप है। मिशन इंपॉसिबल एक 30 साल पुरानी फ्रेंचाइज जिसकी शायद आखिरी फिल्‍म आज रिलीज हुई है। शायद क्‍यों बोला वो आगे बताताी हूं। फिल्‍म इंग्लिश हिंदी चाहे जिस लैंग्वेज में देख सकते हो। मैंने हिंदी में देखी थी और डबिंग कमाल की थी। कोई शिकायत नहीं मिलेगी।

कहानी क्‍या है

ऑलमोस्‍ट 4000 करोड़ का खर्चा हुआ है। फिल्‍म का बजट इतना जिसमें केजीएफ 2 और एनिमल जैसी मूवीस 40 बार बन जाएंगी। तो क्‍या कम से कम एक बार फिल्‍म को देखना चाहिए कहानी वाइज फिल्‍म में कुछ अलग नहीं है। डीसी मार्वल और टॉम क्रूस इन तीनों का सब्जेक्ट अक्‍सर सेम होता है। दुनिया खत्‍म होने वाली है और उसको बचाने के लिए सिर्फ एक इंसान खड़ा होता है। लेकिन इस बार स्‍टोरी ज्‍यादा ही रियल हो गई क्‍योंकि फिल्‍म में वर्ल्ड वॉर की धमकी दी गई है।

कोई दुश्‍मन ऐसा आया है। जिसने न्‍यूक्लियर मिसाइल इस्‍तेमाल करने का प्‍लान बनाया है। 100 घंटे का उल्‍टा टाइमर चल रहा है। जिसके बाद दुनिया में न्‍यूक्लियर अटैक्स होंगे। उम्‍मीद ऐसी है इस धमाके के बाद पृथ्‍वी पर इंसान ही नहीं बचेंगे। और शॉकिंग बात यह है फिल्‍म के सारे कैरेक्‍टर्स इस सर्वनाश के लिए सिर्फ एक इंसान को जिम्‍मेदार बता रहे हैं। क्‍या सच में अपनी फिल्‍म का हीरो सबसे बड़ा विलेन बन गया हैं कुछ सालों पहले तक बोलते थे ना लोग टेक्‍नोलॉजी इंसान को अपना गुलाम बना लेगी । रोबोट्स हमारी दुनिया को चलाएंगे और हम सब उनके नौकर बन जाएंगे। तो बस यह मान लो इस बार फिल्‍म का मास्‍टरमाइंड खुद यह टेक्‍नोलॉजी ही है। वो दिखाई नहीं देगी।

पिछली फिल्‍म से डिफरेंट

लेकिन फिर भी टॉम क्रूस को अपने इशारों पर नचा रही है। इस फिल्‍म के क्‍लाइमेक्‍स में या ता आपको वर्ल्‍ड वॉर 3 देखने को मिलेगा या फिर अपना हीरो इस तबाही को हमेशा के लिए रोक देगा। कौन जीतेगा, कौन हारेगा वो इस मैडम पे पूरी तरह डिपेंड करेगा। क्‍या करेगा,कैसे होगा वो सब आपको थिएटर में जाकर पता चलेगा। इजी वर्डस में बोलूं यह फिल्‍म मिशन इंपॉसिबल सीरीज की बेस्‍ट फिल्‍म तो कही से भी नहीं है। इस‍िलिए सबसे सेफ रहेगा अगर टिकट बुक करने से पहले आपका एक्‍सपेक्‍टेशन थोड़ा कम रहेगा। एक्‍चुअली पिछली मूवीज में टॉम क्रूज अपने सिनेमा का एक लेवल सेट कर चुके हैं और उसको चैलेंज करने में वो इस बार खुद थोड़ा सा पीछे रह गए हैं। इस बार फिल्‍म को अलग बनाता है एक अंडर वाटर मिशन जिसका आईडिया बहुत डिफरेंट है।

बहुत यूनिक है लेकिन उसका प्रेजेंटेशन उतना ज्‍यादा इंटरेस्टिंग फील नहीं देगा। हवा में उड़ने वाले टॉम क्रूज जब पानी में नीचे जाते हैं तो फिल्‍म के 10-15 मिनट उस पे खर्च किए जाते हैं। लेकिन एक भी सीन ऐसा नहीं है जो थिएटर से निकलने के बाद याद रह जाए। लेकिन हां,जो लोग 1996 से इस सीरीज को फॉलो कर रहे हैं सारी मूवीस देख चुके हैं उनके लिए यह फिल्‍म देखना बहुत जरूरी है क्‍योंकि स्‍टोरी गोल घूम के वहीं पर खत्‍म हो रही है। सलूयूट हैं बॉस टॉम क्रूस को जो आज भी अपने फैंस को एंटरटेन करने के लिए ऐसे खतरनाक सीन्स बना रहे हैं और शायद अगली फिल्‍म के लिए स्‍पेस में शूट करने जा रहे हैं। इसीलिए ऐसे रियल लाइफ हीरो को अगर फिल्‍म में चैलेंज करना होता है।

तो मजा सिफ्र तब आता जब इसके टक्‍कर का विलेन भी खड़ा होता। फिल्‍म की सबसे बड़ी वीकनेस यही है कि इसमें नेगेटिव कैरेक्‍टर्स पे फोकस ही नहीं है। वो टेक्नोलॉजी वाला पार्ट सिफ्र सोच में रह गया ओर बाकी एक कैरेक्‍टर सिु्र बातें करता रह गया। फिल्‍म का नाम ही है। मिशनइंपॉसिबल। सोचा क्‍या मजा आएगा जब सब कुछ टॉम क्रूस की मर्जी से आसानी से एक बार में हो जाएगा। कुद तो ऐसा होना चाहिए जिसमें डर लगना चाहिए। कुछ देर के लिए सही वो मिशन इंपॉसिबल फील होना चाहिए। लेकिन यह फिल्‍म सीधी लाइन में चलती है।

एंडिंग कैसी है

कोई चैलेंज नहीं करती है। वन टाइम वॉच सिनेमा है स्‍पेशली फैंस के लिए बनाया है। लेकिन जो फर्स्‍ट टाइम वॉचर है जो सिर्फ पुरानी बातें सुन के इस फिल्‍म को देखने आया है। आपको यह फिल्‍म बिल्‍कुल नहीं देखना चाहिए। ना तो कुछ डिफरेंट एक्शन मिलने वाला है और ना ही स्‍टोरी में ज्यादा इमोशन फील होने वाला है। इस फिल्‍म से सिर्फ वो कनेक्‍ट करेगा जो पिछले पार्टस देख चुका होगा। बहुत सारे सवाल थे उनके जवाब देने के लिए ही इस फिल्‍म को बनाया गया है। मेरे हिसाब से यह फ्रेंचाइज एक बहुत बेटर डिसर्व करती है। इसीलिए मुझे नहीं लगता यह लास्‍ट पार्ट होगा। जरूर टॉम क्रूज के दिमाग में कुछ नया चल रहा होगा। वो वापस आएंगे इस फिल्‍म से 100 गुना बड़ा सिनेमा लाएंगे।

पांच में से 2.5 मिलेंगे

फिल्‍म में कमियां

एक पूरा का पूरा टॉम क्रूज और उनके स्की्रन प्रेजेंस के लिए । आधा वो अंडर वाटर मिशन जिसका आईडिया बहुत डिफरेंट हो सकता था। नेगेटिव्‍स में वीक नेगेटिव कैरेक्‍टर्स दूसरा एयर वाटर एक्‍शन सींस का ठंडा प्रेजेंटेशन। तीसरा सपोर्टिंग कैरेक्‍टर्स को गायब सा कर दिया जिसने स्‍टोरी में इमोशनल नहीं होने दिया। और हां, इस एंडिंग ने एंडिंग वाला फील नहीं दिया। टॉम क्रूज ओर मिशन इंपॉसिबल फैंस के लिए 100 मस्‍ट वॉच है।  

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