पहलगाम में हुए टेररिस्ट अटैक के बाद शाहरूख खान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस क्लिप में शाहरूख दो तरह के इस्लाम के बारे में बात कर रहे हैं। पहला कट्टरपंथी इस्लाम जिसे आतंकवादी मानते हैं। दूसरा वो जो इस्लाम की पवित्र किताब कुरान में लिखा हुआ है। शाहरूख ने कहा कि टेररिस्ट जो इस्लाम फॉलो कर रहे हैं वो उनका इस्लाम नहीं । वो उनका धर्म नहीं हैं।
किस सवाल के जवाब में शाहरुख ने कहा
दरहसल ये इंटरव्यू 16 साल पुराना है। 2008-09 के उस दौर का इंटरव्यू है जब मुंबई में 26 11 हमला हुआ था उस दौरान शाहरुख खान की माय नेम इज खान बनकर तैयार थी। सीएनएन आईबीएन के साथ इस इंटरव्यू में शाहरुख से पूछा गया कि एक मुंबईकर होने के नाते 26 11 के आतंकी हमले का उन पर क्या असर हुआ ? जिसके जवाब में शाहरुख ने कहा मैं दिल्ली से हूं और मैंने दिल्ली के दंगे देखे हैं। जब मैं मुंबई आया, तब मैंने 1993-94 का बम ब्लास्ट देखा अभी 26 11 का हमला देखा। मैं खुद को पहले से भी ज्यादा भारतीय महसूस कर रहा हूं इसलिए भी क्योंकि मैं मानता हूं कि मैं एक पढ़ा – लिखा लिबरल मुस्ल्मि हूं। मैंने कुरान पढ़ी है और मैं इस्लाम में यकीन रखता हूं। इस बातचीत में आगे उन्होनें कहा कि डर वो धागा है जो सबको साथ ले आया है। शाहरुख कहते हैं इस वक्त किसी भी तरह के आदर्शवाद या राजनीतिक विचारधारा के साथ चलने के बजाय हम सबको एकजुट होना चाहिए। डर वो चीज़ है, जो सबको साथ लाता है। इस वक्त हम सब बराबरी से डरे हुए हैं। इस्लाम के बारे में बात करते हुए शाहरुख बोले कि पहले जब लोग आतंकवाद और इस्लाम को जोड़ते थे तो वो उसका विरोध करते थे। अब तर्क देते हैं। शाहरुख ने कहा मैं झूठ नहीं कहूंगा।
तकरीबन दो या तीन साल पहले अगर मुझे कोई बोलता था कि आतंकवाद जो है, वो इस्लामिक नेचर में हैं, तो मैं उसको नकारता था। लेकिन अब मुझे एक बात समझ आ गई है कि ये आतंकवादी जो इस्लाम फॉलो कर रहे हैं, वो हमारा इस्लाम है ही नहीं। वो हमारा धर्म है ही नहीं क्योंकि एक अल्लाह की आवाज़ है, जो हमारी पवित्र किताब कुरान के अंदर लिखी हुई है । उसमें बहुत स्पष्ट लिखा हुआ हैं। अगर आप एक इंसान ज़ख्म भरते हैं, तो पूरी इंसानियत के ज़ख्म भरते हैं। अगर आप एक इंसान को दर्द पहुंचाते हैं तो पूरी मानवता का दर्द पहुंचाते हैं। कुरान की आयतों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि उनमें आतंक के लिए कैसी सजा लिखी गई है।
बकल शाहरुख कुरान के मुताबिक अगर जंग भी हो, तो औरत , बच्चे, जानवर और फसल को तबाह नहीं किया जाएग। जो ये करेगा, उसे किसी भी तरह से जन्नत नहीं मिलेगी। बल्कि खुदा उसके साथ बहुत बुरा करेगा। ये जो इस्लाम है, ये अल्लाह की आवाज, अल्लाह की जुबानी है और दूसरा जो इस्लाम जो ये लोग आतंकवादी फॉलो कर रहे हैं, माफ कीजिए किसी के खिलाफ नहीं जाना चाहता लेकिन वो मुल्ला की जबानी है आतंकवादी कम उम्र के बच्चों को जन्नत का लालच देकर उनका जो ब्रेन वाश करते हैं उस पर बात करते हुए शाहरुख खान ने कहा, मैं हाथ जोड़कर सबसे विनती करता हूं कि किसी भी धर्म में, चाहे वो हिंदू है, चाहे वो क्रिश्चन है, चाहे वो इस्लाम है , किसी तरह से जवानों हमारी किताबों को सही मायना समझाइए क्योंकि चाहे गीता है या कुरान या बाइबल कहीं ऐसा नहीं लिखा हुआ कि अगर आप किसी को दुख पहुंचाएंगे तो आपको जन्नत मिलेगी या खुदा आपको अच्छी जगह पर रखेगा। 22अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए शाहरुख खान ने लिखा पहलगाम में हुई हिंसा के विश्वासघात और अमानवीय कृत्य पर दुख और गुस्से को शब्दों में बयां करना मुश्किल ऐसे समय में हम केवल इेश्वर से उम्मीद कर सकते हैं और पीडि़त परिवारों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त कर सकते हैं। हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर मजबूत बनना चाहिए।
हमें इंसाफ मिलेगा। पहलगाम में हुए इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर तबा विंग द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी टीआरएफ ने ली है। फायरिंग के बाद आतंकी भाग निकले। इंटेलिजेंस ने बताया कि पहलगाम अटैक में दो विदेशी आतंकी और दो लोकल टेररिस्ट शामिल थे। अब इन सभी आतंकियों की तस्वीर मीडिया और सोशल मीडिया पर आ चुकी है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पर्यटकों का गोली मारने से पहले आतंकवादियों ने उनके नाम पूछे और कलमा भी पढ़ने को कहा इसमें एक यूपी के शुभम द्विवेदी थे जिनका नाम पूछने के बाद आतंकियों ने उनके सिर में गोली मार दी। मृतकों में यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक,तमिलनाडु और उड़ीसा के पर्यटक हैं। नेपाल और दुबई के एक – एक टूरिस्ट और दो स्थानीय भी हमले में मारे गए।
पहगाम आतंकी हमले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने पीडि़त परिवार परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है ओर कड़े शब्दों में अपना गुस्सा जाहिर किया है। शाहरुख खान ने बुधवार यानी कि 23 अप्रैल को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा पहलगाम में हुई हिंसा के विश्वासघात और अमानवीय कृत्य पर दुख और गुस्से को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। ऐसे समय में हम केवल ईश्वर से उम्मीद कर सकते हैं और पीडि़त परिवारों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं और अपनी गहरी संवदेना व्यक्त कर सकते हैं। हमें एक राष्ट्र के रूप में एक जुट होकर मजबूत बनना चाहिए। हमें इंसाफ मिलेगा। शाहरुख खान के इस पोस्ट पर एक्स यूजर तरह – तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस दोरान आतंकवादियों के नाम पूछकर हमला करने को लेकर कई यूजर आक्रोशित भी दिखे।

शाहरुख के पहलगाम के बारे में बोलने के बादे यूजर ने क्या कहा
शिवानी कपूर नाम के यूजर ने कमेंट किया के खिलाफ हिंसा आप इसका उल्लेख करना भूल गए। विनी नाम के यूजर ने लिखा खुद अपनी फिल्मों में पाकिस्तानी अभिनेत्रियों को काम देता है और यहां एक्स पर ज्ञान बांट रहा है। आशुतोष सिंह नाम के यूजर ने गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा हिंसा नहीं सर यह हिंसा नहीं थी। यह एक सुनियोजित इस्लामी आतंकवादी हमला था जिसमें केवल हिंदुओं का मारा गया। आतंकवादी ने गोली चलाने से पहले उनका धर्म पूछा। कृपया इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो। पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद का निर्यात बंद होना चाहिए। कश्मीर के पहलगाम 22 अप्रैल की दोपहर 2:30 बजे के करीब आतंकवादियों ने टूरिस्टों पर हमला कर दिया।
आरोप है कि आतंकवादियों ने कुछ लोगों से नाम पूछे और फिर उन्हें गोली मार दी। अब तक इस घटना में 28 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। जॉंच में बताया गया कि आतंकवादी हेलमेट पहने हुए थे और उन हेलमेट्स में कैमरे लगे हुए थे। इन कैमरों से उन्होंने घटना की पूरी वीडियोग्राफी की। उन्होंने अमेरिका निर्मित एम4 कारबाइन राइफलों और AK-47 से गोलीबारी भी की है। इसके बाद सुरक्षा बलों और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने संदिग्ध आतंकियो के स्केच जारी किए। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी कि एनआईए भी जांंच के लिए पहलगाम पहुंच गई है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर ताबा ली है।